पापा ड्यूटी पर और मम्मी सर की बांहों में
मेरा नाम मानसी है। तब मैं सिर्फ 12 साल की थी। मैं और मेरा भाई मयंक स्कूल में कक्षा 8 में पढ़ते थे। मेरे पापा बस ड्राईवर थे जो घर पर कम ही रहते थे। वो गोरखपुर से दिल्ली बस चलाया करते थे। पापा हमेशा ही घर से गायब रहते थे। मेरी माँ की उम्र … Read more