जान मैं चूत फैलाती हूँ तुम लंड डालो

वो यहाँ यानि रितु दिल्ली मात्र चार-पांच दिन के लिये आई थी, मेरे सामने वाली आण्टी के यहाँ ठहरी थी। पहले दिन ही हमारी आँखें चार हो गई थी और आँखों ही आँखों में इशारे तक हो गये थे। मेरा दिल उसे देखते ही धड़क उठा था। वो बहुत सुन्दर पर एक सीधी सादी लड़की … Read more