Thand Ka Anand Rajai Ke Andar Chhoti Bahan Ke Sath

Hindi Sex Story हैलो दोस्तों , मैं शुभम सिंह आप लोगो को इस ठंड की एक सच्ची दास्तां सुनाता हूं जोकि उतनी ही सत्य है जितनी कि भाई बहन के बीच रजाई के अंदर हुआ सेक्स ,एक दोपहर मेरे छोटे मामा और मामी हमलोग के घर आ गए , हमलोग के तीन कमरे का घर मां ,पापा ,दो बहन और मेरे लिए पर्याप्त है तो एक बेडरूम में पेरेंट्स रहते हैं तो दूसरे में दोनों बहन और एक रूम में मैं ।मैं २३ साल का जवान लड़का हूं जोकि स्नातक की पढ़ाई पूरी कर नौकरी के लिए एग्जाम्स दे रहा है ,मेरे से छोटी दोनों बहनें रिंकी और सुनिधि २२ और २० साल की है तो छोटी बहन सुनिधि की खूबसूरती देखने लायक है. Thand Ka Anand Rajai Ke Andar Chhoti Bahan Ke Sath.

वो बी ए (फर्स्ट ईयर) की छात्रा है तो उसका गोरा चेहरा ,सुरहीनुमा गर्दन और ५’६ फीट की लंबाई किसी को भी उसकी ओर खींच सकती थी लेकिन सुनिधि काफी गुस्सैल और नक्चढ़ी किस्म की लड़की है ,घर में सबसे छोटे होने के कारण उसको काफी छूट है तो छोटे छोटे कपडे और साथ ही मेकअप में तो उसका कोई जवाब ही नहीं ।आज रात सोने के स्थान में परिवर्तन हुआ तो मामा और पापा एक कमरे में ,बड़ी बहन और मम्मी साथ ही मामी दूसरे कमरे में और मेरे रूम में छोटी बहन सुनिधि ओर मैं साथ रात बिताते तो मेरे रूम की किंग साईज बेड दो लोगो के लिए ठीक है फिर सब लोग साथ ही खाना खाकर बातें करने लगे तो मैं अपने रूम जाकर बल्ब को ऑफ कर नाईट बल्ब जला दिया ,अपने बिस्तर पर लेटकर आराम करने लगा तो इस कमरे में एक ही रजाई थी फिर मेरे रूम की गेट खुलने की आवाज आई तो मैं आंखें खोल देखा तो सुनिधि रूम में आकर दरवाजा का कुण्डी बंद कर दी.

फिर बेड पर बैठकर मुझे देखने लगी “भैया यहां तो सिर्फ एक ही ब्लैंकेट है (वो चुप रही फिर बोली)खैर ब्लैंकेट दो लोगों के लिए है (मैं )हां ठंड लग जाएगी अब रजाई में आ जाओ “तो मेरी नियत में कोई खोट नहीं था । दिसंबर के कड़क ठंड में कानपुर थरथरा रहा था तो सुनिधि मात्र एक नाईटी और लंबे से ऊनी गाउन पहन रखी थी तो वो बेड पर आने के पहले ही अपने गाउन को उतार दी तो उसका तन छोटे से नाईटी में सुंदर लग रहा था ।

सुनिधि २० साल की मचलती जवानी थी ना की कोई बच्ची फिर वो मेरे बगल में लेटकर रजाई को अपनी ओर खींच ली तो दोनों रजाई के अंदर थे ,अब दोनों आंखें बंद किए सो रहे थे तो मैं करवट लेकर सो गया तभी सुनिधि मेरे चेहरे की ओर अपनी चूतड़ करके लेट गई तो मुझे अपनी बाहों को रखने में परेशानी हो रही थी ,तभी मैं बेबस होकर अपनी बांह को उसके पीठ की ओर होते आगे की ओर रखा तो मेरे हाथ का स्पर्श उसके पीठ से पेट तक होने लगा और वो करवट लिए बोली “ऐसे ही रहो भैया ,ठंड कम लगेगी “तो मैं जानबूझकर उसके चूतड से अपने अग्र भाग को सटाकर छोड़ दिया ,उसकी छुअन मेरे तन में करेंट प्रवाहित करने लगी तो सुनिधि तभी मेरे हाथ पकड़कर अपने गोल मुलायम स्तन पर रख दी और मेरा दिमाग खराब हो गया ।

तभी मैं सुनिधि के छोटे लेकिन टाईट बूब्स को दो चार बार दबाया फिर हाथ हटाकर चित लेट गया तो सुनिधि झट से करवट लेते हुए बोली “अरे क्या हो गया ,क्यों हाथ हटा दिए (मैं)चुपचाप सो जाओ ,कम से कम अपने रिश्तों का ख्याल तो करो (वो मुस्कराने लगी)सही में इस मॉडर्न समाज में तुम बिल्कुल ही बुद्धू रह गए (मैं)तो क्या भाई बहन के बीच ऐसे संबंध जायज़ है सुनिधि (वो तुरंत ही मेरे ऊपर चढ़ गई)अब देखो सुनिधि की खूबसूरत जवानी “और वो मेरे तन पर से रजाई हटाकर मेरे गाल को किस्स करने लगी तो मेरा हाथ उसके पीठ पर था ,एक अलग एहसास तन को मिलने लगा तो सुनिधि के दोनों बूब्स मेरी छाती से दबने लगे ,वो मेरे चेहरा को चूमते हुए मुझे कामुक कर रही थी तो मेरा हाथ उसके गोल चूतड़ पर फिसलने लगा और जब सुनिधि रिश्ते की सीमा को लांघ चुकी थी तो मैं क्या करता ।

पल भर बाद दोनों बेड पर बैठे हुए थे तो सुनिधि को अपने गोद में
मैं बिठाया और वो मेरे से लिपटकर अपने चूतड़ का एहसास मेरी जांघों को दे रही थी ,तभी मेरे अंदर का जानवर जाग उठा और मैं छोटी बहन सुनिधि
को सिर्फ जवान लड़की की तरह देखने लगा ,उसके
गर्दन में हाथ डाले उसके ओंठ को चूमा तो वो भी मेरे ओंठ पर चुम्बन देने लगी मानो
पहले से ही खेली खाई लड़की हो । एक २२ साल का जवान लड़का अपनी बहन को गोद में लिए
उसके सुंदर चेहरा को चूमने लगा तो सुनिधि मेरे पीठ पर हाथ फेरते हुए मुझे अब एक नई
दुनिया में ले जाने लगी ,अपने जीभ से मेरे ओंठ को चाटते हुए
खुद ही अपने टाईट बूब्स को मेरे छाती से रगड़ रही थी तो मेरा लंड पेज़ामा के अंदर
टाईट होने लगा ,अब मेरे खुले मुंह में छोटी बहन का
जीभ था तो दोनों कड़कती ठंड में गरम होने लगे और सुनिधि की जीभ चूसता हुआ मैं उसको
कसकर पकड़ रखा था ।

रूम के नाईट बल्ब में सुनिधि काफी सेक्सी लग रही थी तो शुभम उसकी जीभ निकालकर उसे बेड पर लिटाया ,अब वो आंखें बंद किए लंबी सांसें लेने लगी तो मैं उसके तन को रजाई से ढक दिया लेकिन वो मुझे देख मुस्कराते हुए अपने तन से रजाई के अन्दर ही नाईटी उतारने लगी और फिर वो आंखे बंद किए अपने बदन पर से रजाई हटा दी तो उसका नग्न जिस्म देख मेरा मन तड़प उठा ,उसके बदन पर हाथ फेरता हुआ एक चूची को पकड़कर दबाने लगा तो वो बोली “इस पोज में तो तेरी छोटी बहन नहीं लग रही हूं”मैं अपना धेर्य खो चुका था और बिना देर लिए सुनिधि के छाती पर चेहरा किया तो वो खुद ही अपनी चूची पकड़कर मेरे मुंह में डाल दी और शुभम अपनी छोटी बहन की दाईं चूची को चूसता हुआ उसके जांघ को सहलाने लगा और वो मेरे पैजामा को कमर से नीचे करने लगी तो मैं उसकी पूरी चूची मुंह में लिए चूस रहा था और तभी वो “उह ओह शुभम प्लीज़ छोड़ो ना उह “और वो मेरे बाल को कसकर पकड़े चेहरा को अपने सीने से पीछे की ओर धकेल दी । “Thand Ka Anand Rajai”

मेरा लन्ड अब उसको चोदने को तड़प रहा था लेकिन २० साल की कमसिन कली अपनी चुत में लंड ली है या नहीं ,ये तो पता नहीं फिर मैं भी पैजामा और बनियान खोलकर नंगा हो गया तो छोटी बहन सुनिधि मुझसे अधिक सेक्स एक्सपर्ट मालूम हुई ,वो झट से उठकर बैठी और मुझे बेड पर लिटाकर मेरे लंड को पकड़े चेहरा को झुका ली तो उसके स्तन को मैं दबाता हुआ मस्त था ,वो मेरे लंड को थामे उसके सुपाड़ा को जीभ से चाटने लगी तो मुझे पोर्न वीडियो की झलक याद आने लगी ।मेरी ओर देखते हुए सुनिधि लंड का सुपाड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी.

तो उसकी उंगली झांट में घूम रही थी और मैं उसके मुलायम बूब्स को जोर जोर से दबाता हुआ कामुक हो चुका था ,तभी सुनिधि अपने मुंह को पूरी तरह खोलकर लंड अंदर ले ली फिर मुंह बंद करके चूसने लगी तो मेरा हाल खराब था ,उम्मीद नहीं थी कि छोटी बहन मेरे साथ ऐसी हरकत करेगी फिर वो लंड को जड़ से पकड़े सर का झटका जोर जोर से देने लगी तो मैं सिसकने लगा “उह उई मां ,आह कितना मजा आ रहा है सुनिधि ओर तेज चूस बे साली रण्डी” पता नहीं मेरी मुख से बहन के लिए ऐसी बातें कैसे निकलने लगी.

तो वो मेरे लंड को चूसते हुए मस्त थी । पल भर बाद सुनिधि लंड पर लगे थूक को जीभ से चाटते हुए मुझसे नज़रें मिला रही थी तो मेरा बदन काम कि आग में सुलग रहा था फिर वो लंड छोड़कर बेड पर लेटी तो मैं सोचा की इस लड़की कि चुत चुदाई की जाए या बुर को चाटा जाय ,तभी सुनिधि जांघ पर जांघ चढ़ाए लेटी हुई बोली “अब तेरी बारी है (मैं)ठीक है जरा वाशरूम से आता हूं “तो मैं पैजामा पहनकर अपने रूम का दरवाजा खोला तो डायनिंग हॉल से अटैच वाशरूम ही मैं जाया करता था फिर फ्रेश होकर रूम में आया तो उधर पूरी तरह से सन्नाटा था ,रात के ११:०० बज रहे थे और भाई बहन अपने काम वासना की दुनिया में खोए हुए थे । रूम में घुसकर दरवाजा बंद किया फिर बेड पर सुनिधि की कमर के पास बैठा ,वो अपने तन पर ब्लैंकेट डाल रखी थी सो मैं उसके कमर से पैर तक के ब्लैंकेट को मोड़कर उपर की ओर रख दिया ,अब २० साल की जवान लड़की की चुत का नज़ारा पैंटी के अन्दर कैद था ,उसको तुरन्त ही खोला फिर चुत का दर्शन करता हुआ मैं एक तकिया उठाकर उसके चूतड के नीचे डालने लगा.

तो वो बेशर्म की तरह दोनों जांघों को फैलाकर लेटी रही और मैं उसके लालिमा लिए चुत पर हाथ फेरता हुआ पूछा “बेबी आज तक इस रानी को पेनिस मिला है कि नहीं (सुनिधि)पहले इस्तेमाल करें फिर बिस्वास करें ,खुद ही देख लो “तो मैं अपना चेहरा उसके जांघों के बीच करके चुत पर चुम्बन देने लगा ,सुनिधि चुत को पूरी तरह से बार मुक्त रखी थी तो उसके चुत को ओंठो से चूमते हुए मैं अब लंड की गर्मी से परेशान था ,सो बहन कि चुत के दोनों फांक को उंगली की मदद से फैलाकर जीभ से चाटने लगा ,बिल्कुल बुर से प्राकृतिक सुंगध आ रही थी तो छोटी बहन की चुत को चाटता हुआ मैं उसकी टाईट छेद से समझ पा रहा था कि इसकी चुत की सील अभी टूटी नहीं है और मेरा आधा जीभ ही उसकी चुत को लपलप चाटने लगा तो सुनिधि “उह ओह आह उई मां इतनी खुजली बुर में होने लगी प्लीज़ चोद दो”ऐसी बातें बहन के मुंह से सुनकर उग्र हो गया फिर मैं पल भर तक बुर को चाटा तो चुत के अंदर रस निकल पड़ी और सुनिधि तुरन्त ही अपनी नाईटी और पैंटी पहनकर रूम से बाहर निकल गई । “Thand Ka Anand Rajai”

मेरा लन्ड सुनिधि को चोदने के लिए तड़प रहा था लेकिन बिना कंडोम
के उसे चोदना थोड़ा रिस्की था तो उसकी मंशा के अनुरूप ही मुझे कुछ करना था फिर वो
रूम में आकर दरवाज़ा बंद की ,अब वो बेड पर
आकर बैठी और मेरे बदन पर हाथ फेरने लगी “तुम रजाई के अंदर लेट जाओ फिर मैं
तेरा पेनिस चूसकर झाडुंगी (मैं उसके ओंठ को चूमने लगा)नहीं सुनिधि अब और बर्दाश्त
नहीं होता ,तू लेट मैं तुझे चोदूंगा (वो
खिलखिलाकर हंसने लगी)अरे बुद्धू तेरा दिमाग तो ठीक है ,बहन हूं तेरी बस उपर उपर ही मजा लेने दूंगी , फॅक करने नहीं मिलेगा “तो मैं बेड पर चित
होकर लेट गया और वो फिर से मेरे लंड को मुंह में लेकर चूसने लगी तो मेरे छाती से
लेकर कमर तक उसकी हाथ घूम रही थी और तभी मैं उठकर सुनिधि के चेहरा को पीछे की ओर
धकेल दिया ।

अब मैं सुनिधि को बेड पर चित लिटाकर उसके बुर पर हाथ फेरने लगा तो वो “अबे साले थोड़ी देर पहले तो बहुत भाव खा रहे थे अब क्या हुआ “मैं चुपचाप उसके दोनों जांघों को फैलाकर बुर से लंड को सटाया तो वो अपना हाथ लगाकर मेरे लंड को पकड़ चुत पर से हटाने लगी और मैं सुनिधि की बुर के अंदर अपना गोल मुलायम सुपाड़ा घुसाए हुए लंड को रसीले चुत में पेलने लगा तो छोटी बहन की चुत का तंग रास्ता मुझे थोड़ा परेशान कर रहा था ,सुनिधि अपने चूतड़ को पीछे करके लंड निकालने के प्रयास में थी तो मैं चुदाई को आतुर था और तभी मेरा १/४ लंड चुत में घुसा होगा की सुनिधि विरोध करना छोड़ दी ,मैं उसकी चिकनी और रसीली चुत में लंड डाले धीरे धीरे मंजिल की ओर बढ़ने लगा तो नग्न बहन के कमर को थामे मैं अब जोर का धक्का बुर में दे दिया और वो चींखं उठी “उई मां फाड़ दिया मेरी चुत को निकाल लो अपना घोड़े सा लंड.” “Thand Ka Anand Rajai”

लेकिन यहां तो मैं फिर से जोर का धक्का सुनिधि की चुत में दे मारा और उसकी चीखने की आवाज दोनों की सेक्स क्रिया को बेनकाब कर सकती थी तो मैं उसके मुंह पर हाथ रख उसे चोदने लगा तो खूबसूरत चेहरा पर काम की ज्वाला दिख रही थी और उसके दोनों आंखों से आंसू निकलने लगे तो मैं समझ गया कि उसकी चुत की सील टूटने से अंदर काफी दर्द है ।शुभम अपनी छोटी बहन सुनिधि की गुलाबी चुत में दे दनादन लंड पेल रहा था तो वो अब “उह आह ओह प्लीज़ अब नहीं करो भैया (मैं उसपर सवार होकर चुदाई करता हुआ )जल्दी ही झड़ जाऊंगा (वो मेरे पीठ सहलाते हुए) अंदर रस मत गिराना नहीं तो मैं (मैं चीखने लगा)ओह आह ये ले मेरा रस “तभी मेरे लंड से वीर्य स्खलित होकर चुत में गिरने लगा और सुनिधि भी दुबारा रज की धार छोड़ दी ,मैं उसके बदन पर लेटा हुआ उसके ओंठ को चूमा तो सुनिधि मेरे गाल किस्स करके बोली “अगर मुझे कुछ हुआ ना तो तुम समझना (मैं)कल तुझे एक दवाई खाने दूंगा ,क्या समझी “और फिर दोनों बारी बारी से फ्रेश होकर एक ही रजाई में चिपककर सो गए ।

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