मम्मी ने मेरी चूत का सील भाई से तुड़वाया

दोस्तो, मेरा नाम विद्या खटाना है और मेरी उम्र 19 वर्ष है मैं शिवालिक विहार, दिल्ली रोड, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश में रहती हूँ। मेरी हाईट 5’2” हैं और साइज़ 34-30-35 है। मेरा फिगर इतना क़ातिलाना हैं कोई भी 2 मिनट में झड़ जाए। मैं आज आपको अपने सगे भाई से मजबूरी में हुई चुदाई की घटना बताने जा रही हूं। Sister Painful Sex

मेरे घर मे 4 लोग है मेरे मम्मी पापा, मैं और छोटा भाई जो 14 वर्ष का है उसका नाम अंशुल है। ये घटना 2 महीने पहले की है। 8 जनवरी, 2023 दिन शनिवार की बात है। मैं व मेरा भाई एक ही रूम में रहते थे। दोपहर 3 बजे का समय था कि अचानक मेरेछोटा भाई अपने बिस्तर पर छटपटाने लगा, उसका शरीर कांप रहा था, उसकी आंख बंद थी। मैं उस टाइम पढ़ रही थी उसे देखकर घबरा गयी और चिल्ला कर मम्मी को आवाज़ दी।

मैं – मम्मी जल्दी आओ, देखो भाई को क्या हो रहा है।

मम्मी तुरंत दौडकर आयी और अंशुल को छटपटाते देख घबरा गई। मम्मी उसके सर पर हाथ से सहलनी लगी। मम्मी ओर मैं काफी घबरा गए थे और पापा भी घर नही थे। पापा सुगर मिल अपनी ड्यूटी पर थे। तभी मम्मी और मेरी नजर अंशुल के बरमूडा पर गयी जिसमें तम्बू बना हुआ था।

बिल्कुल लोहे की रोड जैसा फील हो रहे था। अंशुल आँखे बंद किये बार बार हाथ अपनी शुशू पर रगड़ रहा था। मम्मी बोली कि विद्या बीटा इसे क्या हुआ है क्यों तड़प रहा है ये। मैने तुरंत अपने मोबाइल का कैमरा चालू किया औऱ अंशुल की विडियो बनाने लगी। मम्मी- क्या कर रही हैं तू, जा पानी लेकर आ।

मैं वीडियो बनाते हुए ही से मम्मी को पानी दिया। मम्मी ने उसके मुंह पर छींटे मारे, ताकि उसे होश आया जाए। उसे होश न आता देखकर मैं बोली कि मम्मी इसका निक्कर निकाल कर देखो शायद यही कुछ हुआ हो। मम्मी ने उसका बरमूडा नीचे सरका दिया, तो हम माँ बेटी के होश उड़ गये।

अंशुल का पेनिस लगभग 12 इन्च लम्बा और 3.5 इन्च मोटा था जो बिल्कुल टाइट छत की ओर मुँह किये खड़ा था। उसके पेनिस पर हरी हरी नशे उभर आई थी। मम्मी के कुछ समझ नही आ रहा था। मैं बोली कि मम्मी इस पर ठंडा पानी डालो हो सकता हैं इसी वजह से छटपटा रहा हो।

मम्मी ने लन्ड पर ठंडा पानी के छींटे मारे ओर मुठी में मोटा लोडा पकड़कर उसकी खाल ऊपर नीचे करने लगी। अंशुल मम्मी की मूठी में कूल्हे उछाल कर लन्ड को आगे पीछे कर रहा था अभी भी उसकी आंख बंद थी। मम्मी के लन्ड मुठियाने से अंशुल का लण्ड फूलता जा रहा था।

लण्ड का सुपाड़ा संतरे जैसा हो गया ऐसा लग रहा था जैसे पूरे शरीर का खून लोडे में आकर इकट्ठा हो गया हो। मम्मी बदहवासी में लगातार अंशुल का लण्ड फेंट रही थी और दुसरे हाथ से उसका सिर सहला रही थी कि तभी 15 मिनट बाद अंशुल अपने कूल्हे तेजी से उछाल उछाल कर मम्मी की मूठी में लोडा तेज़ी से आगे पीछे करने लगा.

औऱ 2 मिनट बाद उसके लन्ड से सफेद सफेद गाढ़ा चिपचिपा से गूंद जैसा लिक्विड बहने लगा, साथ ही उसका शरीर कंपन के साथ अकड़ने लगा। मुझे नही पता कि ये लन्ड से क्या निकला था। 1मिनट बाद अंशुल का शरीर शान्त पड़ता चला गया। मम्मी बिल्कुल गुम थी, उन्होंने कपड़े से अंशुल का लण्ड अछे से साफ किया औऱ बरमूडा ऊपर सरका दिया।

मैं – लड़खड़ाती आवाज़ में बोली कि मम्मी ये सफेद सफेद से क्या निकला है अंशुल की शुशू से।

मम्मी – तू 19 साल की हो गयी हैं तुझे ये भी मालूम नही की ये क्या है। 1 महीने बाद तेरी शादी है औऱ ये मुझसे पूछ रही हैं।

मैं चुप हो गयी औऱ मम्मी से कहा कि शायद अंशुल को कोई बीमारी हो गयी है इसे अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहिए। मैंने इसकी वीडियो भी बनायी हैं डॉक्टर को दिखाने के लिए। अगले दिन मम्मी अंशुल और मुझे लेकर डॉक्टर के पास गई और उन्हें वीडियो दिखाई। उसके बाद अंशुल के कुछ टेस्ट किये औऱ 1 घण्टे बाद रिपोर्ट आई। डॉक्टर ने मम्मी ओर मुझे केबिन में बुलाया और कहा कि आपके बेटे की सभी रिपोर्ट्स ठीक है केवल एक रिपोर्ट में प्रॉब्लम हैं। “Sister Painful Sex”

मम्मी – क्या प्रॉब्लम हैं डॉक्टर साहब.

डॉक्टर- आपके बेटे का टेस्टोस्टेरोन लेवल से ज्यादा बढ़ा हुआ हैं हजारों में किसी एक को ये समस्या होती हैं।

मम्मी- ये हुआ क्यो है.

डाक्टर- ये जब भी सेक्स के बारे में सोचता हैं उस समय टेस्टोस्टेरोन एकदम से बढने लगता है और दौरे जैसा हो जाता हैं। मेडिकल साइंस में इसका कोई इलाज भी नही है।

मम्मी- डॉक्टर साहब कोई तो इलाज होगा इसका.

डॉक्टर- इसका नेचुरल इलाज ही हैं.

मम्मी- आप बताये क्या करना होगा हमे.

डॉक्टर- जब भी इसे दौरा पड़े उस समय इनका पेनिस काफी हार्ड हो जाता होगा। आपको इनके पेनिस को डिस्चार्ज करना होगा। ये हाथ से नही करना है। पेनिस का डिस्चार्ज मुँह से या वेजाइना से ही करना होगा। हाथो से पेनिस की नशे कमजोर पड़ जाती हैं।

मम्मी- डॉक्टर साहब वैजाइना की व्यवस्था कहा से होगी। औऱ मुँह से भी कौन करेगा। अभी तो इसकी शादी भी नही कर सकती।

डॉक्टर- आप अपनी वैजाइना से कर सको तो बेहतर होगा।

मम्मी- मेरी बच्चेदानी निकली हुई हैं मेरी वेजाइना पेनिस को ग्रिप नही कर पायेगी।

डॉक्टर- करना तो आप लोगो को ही होगा।

मैं- सबकुछ सुन रही थी लेकिन मैं कुछ समझ नही पायीं की क्या बात हो रही हैं। सच बताऊ तो मैं सेक्स के बारे में कुछ नही जानती थी। खैर हम घर आ गए। अंशुल को कुछ मालूम नही था क्या हुआ है। मम्मी घर आकर मुझसे बोली कि सुन विद्या तुझे अपने भाई की जान बचानी होगी अब. “Sister Painful Sex”

मैं- मैं क्या कर सकती हूँ मम्मी.

मम्मी- तुझे अंशुल का लण्ड अपनी चूत में लेकर उसे डिस्चार्ज करना होगा जब तक वो ठीक नही होता।

मैं – मम्मी आप पागल तो नही हो, मैं कुँवारी हू अगर अंशुल मेरी verginity तोड़ देगा तो मैं अपने पति को क्या दूंगी। नही मुझसे नही होगा।

मम्मी- तुझे करना ही होगा, भाई की जान बचाने के लिए। आज से तू अंशुल के रूम में ही सोएगी। रही बात verginiti की तो तू फिक्र न कर। आजकल साड़ी तक वर्जिन बहुत ही कम लड़कियां रहती हैं औऱ तू तो फिऱ भी भलाई का काम कर रही है।

फिऱ शाम को 9 बजे खाना खाकर मैं अंशुल के रुम में उसकी साइड वाले बिस्तर पर सो गयी। लगभग 11 बजे अंशुल को फिर से दौरा पड़ा औऱ उसका ओजार टाइट हो गया, वो लन्ड को रगड़ने लगा। मैंने मम्मी को आवाज दी तो वो दौड़कर आयी।

मम्मी – विद्या नंगी हो जा जल्दी से। तुझे अंशुल के लण्ड को चूत में लेकर झाड़ना होगा बेटी, जल्दी कर.

मैं – नही मुझसे नही होगा मम्मी, लण्ड तो देखो कितना बड़ा है मै झेल नही पाऊंगी। चूत फट जयेगी।

मम्मी ने तुरंत मेरे पास आकर मेरी टी शर्ट पकड़कर उतार दी। मैं अपने चुचियो को छिपाने लगी। फिऱ तुरंत ही मेरा लोअर भी नीचे खींच दिया। मम्मी बोली कि पेंटी औऱ ब्रा भी निकाल जल्दी।

मैंने ड़रते हुए ब्रा पैंटी निकाल दी। अब मेरे 42 इन्च के गोरे धुधिये चुचे हवा में उछल पड़े। मेरी गद्देदार चूत बेपर्दा हो गई। मैं पहली बार किसी के सामने न्नगी हुई थी।

मम्मी – चल भाई के बराबर में लेट जा।

अब तक मम्मी अंशुल का अंडरवियर निकाल चुकी थी। उसका लोडा 1 फुट लम्बा 3 इन्च मोटा था जिसका सुपाड़ा मौसमी जैसे था। मुझे डर लग रहा था अपने सगे भाई का लोडा देखकर। ख़ैर मैं बिल्कुल नंगी अपने धुधिये बदन को लेकर अंशुल के बगल में लेट गयी।

मम्मी – मैं अंशुल को कमर पकड़ के उठाऊंगी तू तुरंत इसके निचे आ जाइये, तभी चुद पाएंगी।

मम्मी ने उसे ऊपर को उठाया तो मज़बूरी में तुरंत अंशुल के नीचे लेट गयी, तभी मम्मी ने अंशुल की कमर छोड़ दी औऱ अंशुल का पूरा वजन मेरे ऊपर आ गया। मैने देखा कि अंशुल का लोडा मेरी नाभि के ऊपर टिका था ओर वो नाभि पर घस्से मार रहा था। मैं पूरी डरी हुई थी। मम्मी से बोली मम्मी ये लण्ड बहुत लंबा हैं मेरी बच्चेदानी फाड़ देगा। प्लीज़ रहने दो ना म…….उम्म….मी।

मम्मी – बेटी तू तक़दीर वाली हैं जो तन्दरूस्त लण्ड से चुड़ेगी। चूत तो बनाई ही गयी हैं चोदने के लिए। जमकर चुद ले आज, निकाल दे भाई का वीर्य।

मम्मी ने अंशुल को कमर से पकड़ कर थोड़ा ऊपर उठाया, ताकि लोडा चुत के सामने हो जाए।

मम्मी – विद्या लण्ड पकड़ भाई का औऱ अपनी चूत के छेद पर सेट कर जल्दी.

मैने भाई का लण्ड पकड़कर टोपा चूत के छोटे से छेद पर रखा, तभी मम्मी ने उसकी कमर को छोड दिया औऱ अंशुल ने भी तेज झटका दिया। लण्ड मेरी नाजुक सी चूत के होठो का फैलाता हुआ तरर की आवाज से चूत में उतरता चला गया।

मैं – आई……..ई…ई……..ममम………..मी…..फट गई……..चूत…बाहर निकालो……लण्ड……

अंशुल ने थोड़ा सा लण्ड बाहर खिंचा ओर झटका दिया, पूरा 11 इन्च का लण्ड मेरी चूत को फाड़ते हुए अंदर दाखिल हो चुका था। मेरे आँसू बह रहे थे, मैं मिन्नते कर रही थी मम्मी से की बाहर निकालो, लेकिन अंशुल बदहवासी में ताबड़तोड़ धक्के पेल रहा था और मैं हाथ पैर सर पटक रही थी, मैं बेबस थी अंशुल का लण्ड खून से भीगा था लेकिन उसे कोई परवाह नही थी, एक कमसिन चूत मजबूत लोडे के नीचे थी। मैं बेहोस हो रही थी बार बार. “Sister Painful Sex”

मम्मी – मेरे सर पर हाथ फेर रही थी, विद्या करा लें बेटी, करा लें। तेरी चूत अच्छे से खुल जायेगी।।

मैं – हाँफते हुए…..बहुत मोटा है अंशुल का लोडा मम्मी, आह……….आह……..फट गई मेरी चूत…..

अंशुल खींच खींच के झटके दे रहा था, मेरी चूत से लगातार खून बह रहा था। चूत की खाल लोडे के चारो तरफ सख्ती से चिपकी थी। कोई 30 मिनट तक मेरी चूत में जबरदस्त धक्के पेलने के बाद एकाएक मीनक तेज तेज झटके देने लगा औऱ उसका शरीर अकड़ने लगा।

अंशुल के लण्ड ने गर्म गर्म वीर्य से मेरी चूत भर दी। वो मेरे ऊपर गिर गया। मम्मी ने मुझे अंशुल के नीचे से बमुश्किल निकाला। मैं रोये जा रही थी। मम्मी ने मुझे चुप कराया औऱ मेरी चूत की गर्म पानी से झराई की। फिर मैंने पेन किलर ली औऱ सो गई। अगले दिन क्या हुआ, फिऱ अगले क़िस्से में बताऊंगी। आप बताना की क्या मेरी मम्मी ने मेरे साथ ठीक किया।

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