माँ की चूची की घाटियों में खोये अंकल

हेलो दोस्तों मुझे एक दिन फोंन एक एक कहानी किसी नें बताई, कैसे उसने अपनी मम्मी को अनजान मर्द से चुदवाया और बाद में उसकी मम्मी और वो अजनबी एक दूसरे की जरूरत पूरी करनें लगे। कहानी उसी की जुबानी मेरी मम्मी खूब सुंदर हैं, भरे शरीर गदराई जवानी वाली औरत जिसे अगर कोई नंगा देख ले तो वीर्य की नदियां बहा दे। Mulayam Boobs Lund Ragda

मोटे मोटे चूचे और ऊपर से काले दानों का चुचुक। पापा बाहर रहते हैं, इसलिए कई बार मम्मी को अपनी चूत को मैंने रगड़ते देखा है। मैं चाहता था कि कोई मर्द उन्हें ऐसा मिले जो उनकी शारीरिक जरूरतों को पूरा करे और खुद उनकी जवानी से प्यास मिटाये। मम्मी पुरानें ख्यालात की हैं, इसलिए ये मुमकिन नहीं हो रहा था।

मैंने एक आइडिया निकाल लिया, मैंने एक सेक्स साइट पर मम्मी की सेमी न्यूड फोटो अपलोड कर दी और इमेल करने को कहा। हजारों की संख्या में इमेल थे, जिसमें कइयों ने कहा यार चूत दिलवा दे, बहुत मस्त माल है। उनमें से एक अंकल का मैसेज मुझे सही लगा। मैंने उन्हें रिप्लाई कर मिलने को कहा, तो उन्होंने अपनी फोटो भेजी और अपना नंबर दिया साथ ही मम्मी की न्यूड फोटो भी मांगी।

पहले तो मुझे लगा कि न भेजूं पर फिर मम्मी का ख्याल आया तो मैंने सोचा चलो अगर मामला न सेट हुआ तो अंकल मम्मी को देखकर हाथ से काम चला लेंगे। प्राइवेसी की शर्त पर मैंने उन्हें मम्मी की न्यूड इमेज भेजी। अंकल का कुछ देर बाद मैंसेज आया कि वो दो बार मूठ मार चुके और उनका लंड बैठनें का नाम नहीं ले रहा।

उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया जहां वो अकेले रहते थे, उनकी फैमिली गांव में रहती थी। इसलिए ब्लू फिल्म और हाथ से काम चला रहे थे। मैंने उन्हें अपने घर का पता दिया और उन्हें घर बुलाया। अंकल ने जब पहली बार मम्मी को देखा, तो मुझे बोले यार जी कर रहा तेरी मम्मी को यहीं पटककर चोद दूं। मैंने मना किया क्योंकि बात बिगड़ सकती थी। अंकल ने मम्मी की कई तस्वीरें लीं।

मैंने उनका मोबाइल चेक किया तो मम्मी की आरमिट, कमर , क्लीवेज के कई फोटोज थे। अंकल बोले यार जल्दी इसे मेरी बाहों में नंगी भेज साली क्या माल है?.. मैंने उन्हें प्लान समझाया और कहा उनका काम बता दिया। कई दिनों तक आने जाने के बाद अंकल अब बेरोक टोक घर आनें लगे। एक रात को अचानक घर आये और बोले कुछ इमरजेंसी के कारण घर नहीं लौट पायेंगे, मैंने कहा आप रूक जाइये यहीं, मम्मी ने भी मना नहीं किया।

खाने में मैंने मैंने मम्मी को नींद की कई गोलियां दी और अंकल भी तैयार थे। रात में मम्मी अपने कमरे में साड़ी में ही जाकर लेट गईं और मैंने अंकल को इशारा किया। अंकल मम्मी के कमरे में गये और तुरंत अपनें सारे कपड़े उतार दिये। मैंने पहले ही मम्मी के कमरे, बाथरूम और घर में चुपके से सीसीटीवी लगा दिया था ताकि मैं देकर सकूं कि अंकल मम्मी के साथ जबरदस्ती तो नहीं कर रहे।

अंकल अपनें कपड़े उतार कर बिस्तर पर गये। मम्मी की ऊपर नीचे होती छातियों को देखते हुए उनके पेटीकोट को ऊपर उठानें लगे। मम्मी नें पैंटी नहीं पहनीं थी या भूल गई थीं। अंकल ने मम्मी की चूत की खुश्बू ली और उनकी साड़ी निकाल कर उनके ब्लाउज का बटन खोलने लगे और ब्लाउज खोलते ही जोर जोर से अपना लंड सहलाने लगे।

मम्मी के पेटीकोट को ढ़ीला किया और उसके नीचे से ऊपर की ओर निकल गये और पेटीकोट कस लिया। नीचे अंदर मम्मी भी नंगी, अंकल तो थे ही। अंकल ने मम्मी के बगलों में हाथ डालकर मम्मी को खूब किस किया। उनके दूधों को भी खूब दबाया, मम्मी नींद की गोलियों के कारण बेसुध थीं।

अंकल उनसे खूब खेल रहे थे, मैंने अंकल से कहा था कि उनकी मर्जी के बगैर आप केवल उनके जिस्म से खेल सकते हैं, उन्हें मसल सकते हैं मगर आप उन्हें तभी भोग सकते हैं जब वो चाहें अन्यथा आप भूल जाइयेगा। अंकल तैयार थे, इस बात पर। मम्मी की चूचियों को अंकल नें खूब दबाया, मसला, पिया उनकी कांखों को खूब चाटा। उनके होंठों को खूब चूसा और उनकी योनि के ऊपर लंड घिसते घिसते वीर्य गिरा दिये।

ऐसा मैंने कहा था क्योंकि अगर मम्मी को पता चलता कि कुछ नहीं हुआ तो कभी न मानतीं। अंकल कुछ देर मम्मी की चूचियां पर सर रखकर लेट गये। कुछ देर बाद मम्मी के पीछे गये और उन्हें करवट करके उनके चुच्चों को दबानें लगे। अंकल से रहा न गया उन्होंने अपना लंड मम्मी की गांड़ में डाल दिया और जोर जोर से उनकी गांड़ मारनें लगे।

मैं जल्दबाजी में भूल गया और अंकल नें दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। मैं केवल देख सकता था। अंकल मम्मी की चूचियां थामकर पीछे उनकी गांड़ मार रहे थे। कुछ देर बाद अंकल शांत हो गये। मम्मी को दर्द महसूस हुआ और उनकी नींद टूटी तो देखा अंकल की मुट्ठियां उनकी चूचियों को दबाये हुए है, अंकल की टांगों नें उनकी टांगों को जकड़ रखा है और उनकी चूत चिपचिपी है और गांड़ बहुत दर्द हो रही।

मम्मी बोलीं आप क्या कर रहे मेरे साथ मैं शादीशुदा हूं। अंकल हेलो दोस्तों मुझे एक दिन फोंन एक एक कहानी किसी नें बताई, कैसे उसने अपनी मम्मी को अनजान मर्द से चुदवाया और बाद में उसकी मम्मी और वो अजनबी एक दूसरे की जरूरत पूरी करनें लगे। कहानी उसी की जुबानी मेरी मम्मी खूब सुंदर हैं, भरे शरीर गदराई जवानी वाली औरत जिसे अगर कोई नंगा देख ले तो वीर्य की नदियां बहा दे।

मोटे मोटे चूचे और ऊपर से काले दानों का चुचुक। पापा बाहर रहते हैं, इसलिए कई बार मम्मी को अपनी चूत को मैंने रगड़ते देखा है। मैं चाहता था कि कोई मर्द उन्हें ऐसा मिले जो उनकी शारीरिक जरूरतों को पूरा करे और खुद उनकी जवानी से प्यास मिटाये। मम्मी पुरानें ख्यालात की हैं, इसलिए ये मुमकिन नहीं हो रहा था।

मैंने एक आइडिया निकाल लिया, मैंने एक सेक्स साइट पर मम्मी की सेमी न्यूड फोटो अपलोड कर दी और इमेल करने को कहा। हजारों की संख्या में इमेल थे, जिसमें कइयों ने कहा यार चूत दिलवा दे, बहुत मस्त माल है। उनमें से एक अंकल का मैसेज मुझे सही लगा। मैंने उन्हें रिप्लाई कर मिलने को कहा, तो उन्होंने अपनी फोटो भेजी और अपना नंबर दिया साथ ही मम्मी की न्यूड फोटो भी मांगी।

पहले तो मुझे लगा कि न भेजूं पर फिर मम्मी का ख्याल आया तो मैंने सोचा चलो अगर मामला न सेट हुआ तो अंकल मम्मी को देखकर हाथ से काम चला लेंगे। प्राइवेसी की शर्त पर मैंने उन्हें मम्मी की न्यूड इमेज भेजी। अंकल का कुछ देर बाद मैंसेज आया कि वो दो बार मूठ मार चुके और उनका लंड बैठनें का नाम नहीं ले रहा। उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया जहां वो अकेले रहते थे, उनकी फैमिली गांव में रहती थी।

इसलिए ब्लू फिल्म और हाथ से काम चला रहे थे। मैंने उन्हें अपने घर का पता दिया और उन्हें घर बुलाया। अंकल ने जब पहली बार मम्मी को देखा, तो मुझे बोले यार जी कर रहा तेरी मम्मी को यहीं पटककर चोद दूं। मैंने मना किया क्योंकि बात बिगड़ सकती थी। अंकल ने मम्मी की कई तस्वीरें लीं। मैंने उनका मोबाइल चेक किया तो मम्मी की आरमिट, कमर , क्लीवेज के कई फोटोज थे।

अंकल बोले यार जल्दी इसे मेरी बाहों में नंगी भेज साली क्या माल है?.. मैंने उन्हें प्लान समझाया और कहा उनका काम बता दिया। कई दिनों तक आने जाने के बाद अंकल अब बेरोक टोक घर आनें लगे। एक रात को अचानक घर आये और बोले कुछ इमरजेंसी के कारण घर नहीं लौट पायेंगे, मैंने कहा आप रूक जाइये यहीं, मम्मी ने भी मना नहीं किया। खाने में मैंने मैंने मम्मी को नींद की कई गोलियां दी और अंकल भी तैयार थे। “Mulayam Boobs Lund Ragda”

रात में मम्मी अपने कमरे में साड़ी में ही जाकर लेट गईं और मैंने अंकल को इशारा किया। अंकल मम्मी के कमरे में गये और तुरंत अपनें सारे कपड़े उतार दिये। मैंने पहले ही मम्मी के कमरे, बाथरूम और घर में चुपके से सीसीटीवी लगा दिया था ताकि मैं देकर सकूं कि अंकल मम्मी के साथ जबरदस्ती तो नहीं कर रहे। अंकल अपनें कपड़े उतार कर बिस्तर पर गये।

मम्मी की ऊपर नीचे होती छातियों को देखते हुए उनके पेटीकोट को ऊपर उठानें लगे। मम्मी नें पैंटी नहीं पहनीं थी या भूल गई थीं। अंकल ने मम्मी की चूत की खुश्बू ली और उनकी साड़ी निकाल कर उनके ब्लाउज का बटन खोलने लगे और ब्लाउज खोलते ही जोर जोर से अपना लंड सहलाने लगे।

मम्मी के पेटीकोट को ढ़ीला किया और उसके नीचे से ऊपर की ओर निकल गये और पेटीकोट कस लिया। नीचे अंदर मम्मी भी नंगी, अंकल तो थे ही। अंकल ने मम्मी के बगलों में हाथ डालकर मम्मी को खूब किस किया। उनके दूधों को भी खूब दबाया, मम्मी नींद की गोलियों के कारण बेसुध थीं। अंकल उनसे खूब खेल रहे थे.

मैंने अंकल से कहा था कि उनकी मर्जी के बगैर आप केवल उनके जिस्म से खेल सकते हैं, उन्हें मसल सकते हैं मगर आप उन्हें तभी भोग सकते हैं जब वो चाहें अन्यथा आप भूल जाइयेगा। अंकल तैयार थे, इस बात पर। मम्मी की चूचियों को अंकल नें खूब दबाया, मसला, पिया उनकी कांखों को खूब चाटा। उनके होंठों को खूब चूसा और उनकी योनि के ऊपर लंड घिसते घिसते वीर्य गिरा दिये।

ऐसा मैंने कहा था क्योंकि अगर मम्मी को पता चलता कि कुछ नहीं हुआ तो कभी न मानतीं। अंकल कुछ देर मम्मी की चूचियां पर सर रखकर लेट गये। कुछ देर बाद मम्मी के पीछे गये और उन्हें करवट करके उनके चुच्चों को दबानें लगे। अंकल से रहा न गया उन्होंने अपना लंड मम्मी की गांड़ में डाल दिया और जोर जोर से उनकी गांड़ मारनें लगे।

मैं जल्दबाजी में भूल गया और अंकल नें दरवाजा अंदर से बंद कर लिया था। मैं केवल देख सकता था। अंकल मम्मी की चूचियां थामकर पीछे उनकी गांड़ मार रहे थे। कुछ देर बाद अंकल शांत हो गये। मम्मी को दर्द महसूस हुआ और उनकी नींद टूटी तो देखा अंकल की मुट्ठियां उनकी चूचियों को दबाये हुए है, अंकल की टांगों नें उनकी टांगों को जकड़ रखा है और उनकी चूत चिपचिपी है और गांड़ बहुत दर्द हो रही। “Mulayam Boobs Lund Ragda”

मम्मी बोलीं आप क्या कर रहे मेरे साथ मैं शादीशुदा हूं। अंकल अंकल बोले मैं भी हूं पर तुम इतनी सुंदर हो कि मैं कन्ट्रोल नहीं कर पाया। मजा लो मेरी जान तुम्हारा भी पति बाहर रहता है और मेरी भी पत्नी यहां नहीं है। हम दोनों एक दूसरे की जरूरत पूरी करेंगे। मम्मी हतप्रभ थीं, तभी अंकल उनके आगे आये और चूत में रगड़ते रगड़ते अपनी लौंड़ा उसके अंदर उतार दिया.

मम्मी जोर से आआआह चीखीं अंकल नें अपनें होठों से उनके होंठों को बंद कर दिया और उन्हें चोदनें लगे। मम्मी की आवाज अंकल के मुंह में दब गई, मम्मी कसमसा रहीं थी। मगर कोई विरोध उन्होंने नहीं किया। अंकल उन्हें और उनकी चूत चोदते रहे। मम्मी उन्हें महसूस करतीं रहीं। अचानक अंकल और मम्मी दोनों एकसाथ झड़ गये और सो गये। मैं भी सो गया।

सुबह मेरी नींद खुली तो मम्मी बेड पर कुतिया बनीं थीं और अंकल उन पर चढ़े और दूधों को दुहते हुये, उन्हें चोद रहे थे। अंकल के हर धक्के पर मम्मी की चूचियां हवा में तैर जातीं क्या नजारा था। अंकल को पता नहीं क्या सूझा उन्होंने मम्मी को नीचे नंगी रहनें दिया और ऊपर ब्लाउज पहना दिया और उसमें अपना लंड घुसेड़ दिया।

मम्मी की चूचियों की घाटियों में उनका लंड घिसनें लगा और अंकल मम्मी की चूचियां चोदनें लगा। लंड अंकल का इतना मोटा था कि मम्मी के सीनें पर गड़ रहा था पर जल्द ही मम्मी के मुलायम नर्म चुच्चों नें अंकल का लंड निचोड़ लिया। अंकल खूब जोर से चिल्लाये और वीर्य की पिचकारियां मम्मी के गले के किनारों से बहनें लगीं।

मम्मी ने ब्लाउज से अपनी चूचियों और गले को साफ किया और अंकल का लंड भी साफ करनें जा रहीं थीं तो अंकल नें कहा कि मुंह से चाटकर साफ कर। मम्मी अंकल के लंड को चाटनें लगीं और कुछ ही देर में फिर लंड फनफना उठा। अंकल ने मम्मी को बिस्तर पर पटका उल्टा और उनके ऊपर चढ़ गया लम्बा लम्बा उन्हें दबोच लिया और उनकी गांड़ में घुसेड़ कर उनकी टांगें अपनी टांगों से दबा लीं और बड़ी बेरहमी से गांड़ मारनें लगे। “Mulayam Boobs Lund Ragda”

मम्मी चिल्लानें लगीं छोड़ दीजिए आआआह मर जाऊंगी…नईं। अंकल नहीं मानें और लगातार उनके चूतड़ पम्प करते रहे। मम्मी के दूधों को भींच भींचकर उनकी खूब गांड़ मारी। जब अंकल शांत हुए और मम्मी के बगल लेट गये। मम्मी की गांड़ से हल्का खून और वीर्य दोंनो बहनें लगे। अंकल ने मम्मी को अपनी ओर खींच लिया और मम्मी उनके सीने पर नंगी लेट गईं।

आज छुट्टी थी इसलिए मैंने मम्मी के दरवाजे पर नॉक करके बता दिया कि मैं बाहर जा रहा हूं और शाम तक लौटूंगा। मम्मी ने कहा ठीक है और मैंने बाहर जानें का नाटक करके, बाहर से अपना दरवाजा लॉक कर पीछे खिचड़ी से चढ़कर वापस आ गया। अंकल का मन मम्मी से अभी भरा नहीं था, मम्मी लंगड़ाते हुए, तौलिया में खुद को लपेट कर कमरे से बाहर आईं.

अंकल नंगे ही उनके पीछे आये और उन्हें पीछे से पकड़ लिया और उनका टॉवेल हटाकर बोले तुम आज मेरे साथ नंगी ही रहोगी। मम्मी बोली मेरा बच्चा देख लेगा, तो अंकल बोले मैं उसके सामने उसकी मां चोद दूंगा। मम्मी शर्मा गईं और अंकल उन्हें लिफ्ट कर लिए और नंगी ही बाथरूम में उठा ले गये और शॉवर ऑन करके मम्मी से खेलनें लगे।

कभी उनकी टांगें उठाकर उनकी बुर को अपनें लंड पर घिसते, कहीं उनकी बुर चाटते। कभी उनकी चूत में उंगलियां डालकर मम्मी को खूब तड़पाते। मम्मी की चूचियों को पकड़ते, मसलते, दबाते, उन्हें पीते हुए मम्मी को चोदते..कहीं लंड निकाल कर मम्मी की चूत पर घिसते और मम्मी सिसकतीं…सिसकनें पर मम्मी के होठों को अपनें होंठों से बंद कर उनकी चूचियों को दबाकर और ज्यादा उन्हें तड़पाते। “Mulayam Boobs Lund Ragda”

मम्मी जब झड़नें की अवस्था में आनें लगीं। मम्मी को अपनी गोद में लेकर बैठ गये और उनकी बुर मे डालकर लंड उनकी चूचियों को जबर्दस्त मसलते हुए चोदते रहे और दोनों एक साथ शांत हो गए। पापा के घर न रहनें पर अब अंकल और मम्मी अपनी शारीरिक जरूरतें मिटाते हैं और अंकल नें मम्मी को आज तक नहीं बताया कि मैंने उन्हें अंकल से चुदवाया है।

अंकल मेरी मम्मी को लगभग हर हफ्ते बहुत बुरी तरह चोदते हैं, मम्मी तीन चार दिनों तक थकी थकी रहती हैं। अंकल अक्सर मुझसे कहते हैं तेरी मां चोदनें में यार बड़ा मजा आता है,.. अगर आपका भी मूठ निकल गया हो पढ़कर तो रिप्लाई कीजिए.

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