मौसी की गांड में बीज गिराया

मेरी मौसी मेरी मम्मी से 3 साल बड़ी है यानी वो 38 की है उनका फिगर बहुत अच्छा है मम्मी से मैं जब भी मौसी को देखता था तो वो मुझे बहुत सेक्सी लगती थी मै मौसी के नाम की मुट्ठ मरता था। मेरी मौसी के 2 बच्चे है दोनों बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते है पुणे में। ये हिंदी सेक्स कहानी मेरी सबसे पहली चुदाई की है। मेरे मौसा का 2019 में एक एक्सीडेंट में मोत हो गई थी तभी से मौसी घर मे अकेली हो गई थी क्योंकि दोनों बच्चे बाहर ही रहते थे। Single Chudasi Aurat

एक दिन मौसी ने मम्मी के पास फ़ोन की और बोली कि कुछ दिनों के लिए अनीश को भेज दो मैं अकेली बोर हो जाती हूँ मम्मी बोली ठीक है दीदी भेज दूंगी । मम्मी ने अगली ही सुबह भेज दिया। मैं साम को 4 बजे पहुच कर बेल बजाया मौसी ने दरवाजा खोला मौसी को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया मौसी मैक्सी पहनी थी उसमें बहुत सेक्सी दिख रही थी।

मौसी- आओ अनीश कैसे हो चलो तुम आ गए अब अच्छा तो लगेगा.

मैंने कहा मौसी क्यो नही।

फिर मैं फ्रेस होने चला गया रात को दोनों खाना खा रहे थे ।

मौसी- और अनीश घर मे सब लोग ठीक है

मैं- हां मौसी सब लोग ठीक है।

फिर हमने खाना खाया और ढेर सारी बाते की रात के 11 बज गए थी । फिर मौसी बोली ठीक है अब मैं जा रही हूं सोने मैन कहा ठीक है मौसी फिर मौसी चली गई मैं उनकी गांड देखकर उनकी गांड मारने का मन कर रहा था। मेरा लंड खड़ा था मैंने खिड़की से देखा मौसी के कमरे की लाइट जल रही थी.

मैं खिड़की के पास गया और देखने लगा और जो देखा वो देखकर मेरे शरीर मे करेंट होने लगा मैन देखा मौसी अपनी मैक्सी निकल कर बेड पर रख दिया फिर ब्रा भी उतर दिया उनके दोनों दूध बहुत अच्छे लग रहे थे। मन कर रहा था कि जाकर पी लू फिर मौसी बेड पर लेट गईं और दूध को जोर जोर से दबाने लगी मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था मैं अपने लंड को हिला रहा था।

फिर मौसी ने अपनी चड्डी उतारी उनकी बुर बहुत अच्छी दिख रही थी उसको देखकर मेरा तो दिमाक ही हिल गया फिर मौसी अपनी उंगली बुर में डालकर अंदर बाहर करने लगी 15 मिनट बाद मौसी झर गई और मैं भी फिर मैं सोने चला गया।

सुबह हुई मैं फ्रेस हुआ मौसी नास्ता बानी हम लोगो ने नास्ता किया फिर मौसी काम मे लग गई. मैं मौसी की गांड को देखता रहा जब वो चलती थी तो उनकी गांड ऊपर नीचे होती रहती थी मेरा लंड खड़ा हो जाता था। शाम को मैं बातरूम में नाहा रहा था दरवाजा नही बन्द था मैं लगे ही नाहा रहा था मेरा लंड पूरा खड़ा था.

तभी मौसी ने दरवाजा खोला मैं पूरा नंगा खड़ा था मौसी ने मुझे देखा और मुस्कुराकर बोली दरवाजा तो बन्द कर लेते फिर वो चली गई। मैं नाहा कर बाहर आया मैं मौसी को जाकर सॉरी बोला। इस तरह मैंने मौसी को गरम करने की शुरुआत की.

मौसी-अरे पागल इसमे सॉरी की क्या बात है बचपन मे तुमको नंगा ही नहलाती थी कोई बात नही।

मैं मैन ही मन खुश था कि मौसी ने मेरा लंड देख लिया है। रात को मैं अपनी कमरे में नाग ही लेता था मेरा लंड खड़ा था मैं उसको हिला रहा था मेने देखा कि मौसी खिड़की से देख रही थी मैं अनजान बनकर लंड हिलाता रहा मौसी मेरे लंड को घूर घूर कर देख रही थी 20 मिनट बाद मेरा सारा बीज गिर गया। सुबह फिर उसी तरह से दिन सुरु हुआ मौसी दोपहर को बाथरूम करने बाथरूम में गई तो निकलते समय वो फिसल के गिर गई ।

मौसी- अनीश अनीश जल्दी आओ मैं गिर गई.

मैं जल्दी से जाकर मौसी को उठाया और उनके कमरे में जाकर बेड पर लेटा दिया.

मैं- मौसी आप आराम करो.

मौसी- मेरे पैर में बहुत दर्द हो रहा है.

मैं- मौसी दवा ले कर आए.

मौसी- नही क्या तुम तेल मालिश कर दोगे.

मैं- मैं कैसे करूँ मौसी (लेकिन मैं मन ही मन बहुत खुश था).

मौसी- कर दो अनीश बहुत दर्द हो रहा है.

मैं- ठीक है मौसी.

मैं जाकर तेल लेके आया फिर मौसी ने अपनी मैक्सी घुटनो के ऊपर कर लिया मैं तेल मालिश करने लगा मेरा लंड खड़ा हो चुका था मौसी अपनी आँखे बंद करके लेटी थी मैं मालिश कर रहा था मेरे अंदर की हवस जाग रही थी मैं मौसी के जांघो तक पहुच गया ।

मौसी- थोड़ा और ऊपर.

मैं और ऊपर करके मालिश करने लगा अब मुझे मौसी की चड्डी दिखाई पड़ रही थी जो पीले रंग की थी मैं चड्डी के ऊपर सहलाने लगा मौसी आहे भर रही थी.

मौसी- सिर्फ सहलाओगे ही कि और भी कुछ करोगे.

मैन अपना हाथ हटा लिया

मैं- सॉरी मौसी गलती से हो गया।

मौसी- मैं जानती हूं समझे मुस्कुराते हुए बोली अब ज्यादा बनो मत ।

फिर क्या था मैं मौसी को चूमने लगा फिर मैंने अपना होठ मौसी की होठो से चूसने लगा मौसी मेरा साथ देने लगी। इसके बाद मैंने मौसी की मैक्सी निकल दी और उनके दूध को पीने लगा और दबाने लगा फिर मैंने अपना सारा कपड़ा निकल दिया फिर मौसी मेरे लंड के साथ खेलने लगी कुछ देर बाद मैंने मौसी को लेटाया और उनकी चड्डी निकल दी और उनकी झांटो वाली बुर को चूमने लगा फिर मैंने अपना लंड बुर में डालकर चोदने लगा। “Single Chudasi Aurat”

मौसी- आह आह आह आह आह आह आह ओ अनीश तुम्हारा लंड तो बहुत मस्त है आह आह हुहुआह्व.

मैं- मौसी क्या मौसा के लंड में मज़ा नही आता था.

मौसी- उनका लंड तुमसे थोड़ा कम मोटा था। इसलिए मुझे काम मज़ा आता था।

मौसी- आह आह आहहहहहहहआ आह आह आराम से इतनी जल्दी भी क्या है। फिर आधे घंटे तक मैंने मौसी को चोदा और अपना सारा पानी उनकी बुर में डाल दिया। फिर लेट गया।

मैं- मौसी मज़ा आया।

मौसी- इतना मज़ा आया कि मैं क्या बताऊँ।

मैं- मौसी आपने मेरा सारा बीज बुर में ही क्यो गिरवाया कही बच्चा हो गया तो।

मौसी- नही होगा मैंने नशबंदी करवा ली है।

फिर थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया।

मैं- मौसी अपनी गांड दिखाओ ।

मौसी- क्यो

मैं- मौसी गांड भी मारने दो न प्लीज़ ।

मौसी- अभी नही रात के लिए भी तो रहने दो।

फिर मौसी उठकर चली गई। रात को हम लोगो ने खाना खाया फिर कमरे में चले गए मौसी पूरी तहर से सजी थी। फिर मैंने अपने सारे कपड़े उतारे सिर्फ चड्डी पहने था फिर मौसी को बेड पर लेटाया और किश करने लगा फिर मैंने उनकी लेगी कुर्ती उतार दी। अब दोस्तों मैं अपनी मौसी को जोर जोर से पेलने लगा और मौसी को पूरा आनंद देता रहा। “Single Chudasi Aurat”

मैं- मौसी गांड चुदूँगा।

मौसी- अभी नही पहले बुर चोदो बाद में गांड भी चोद लेना। फिर मैंने मौसी को चोदने लगा.

मौसी- आहा आह आहहहहहहहआ आहहहहहहहआआहहहहहहहआ आह आह आह उइ उफ्फ आह आह उह ओह उह आह फिर मैंने मौसी को खूब चोदा और सारा बीज उनकी बुर में गिरा दिया.

कुछ देर बाद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया मैन मौसी को उल्टा लेटाया और उनकी गांड को फैलाया और अपना लंड डालने लगा लेकिन मेरा लंड जा नही रहा था फिर मैं जाकर तेल ले आया मैन तेल मौसी की गांड के छेद में डाल दिया फिर अपना लंड डाला.

मौसी- उइ मा आह हहहहहह हहहहह आह ह हहहहह मेरी गांड फड़ोगे क्या.

मैं- नही मौसी सिर्फ गांड मारूंगा।

मौसी- धीरे धीरे करो नही तो मेरी गांड फट जाएगी हहहहहहहह आह अयह हहहहह आह आह उफ्फ उफ्फ ओह आह हहहहह आह आह.

थोड़ी देर तक मैंने मौसी की गांड मेरी फिर थोड़ा सा बीज उनकी गांड में गिरा दिया उस रात को मैंने मौसी को 4 बार चोदा। फिर मैं रोज मौसी की चुदाई करने लगा मैं मौसी के यहां 1 महीना रुका फिर घर चला आया।

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