सभी लंड धारियों को मेरा लंडवत नमस्कार और चूत की मल्लिकाओं की चूत में उंगली करते हुए नमस्कार। आज आप सभी को अपनी स्टोरी सुना रहा हूँ। मुझे यकीन है की मेरी सेक्सी और कामुक स्टोरी पढकर सभी लड़को के लंड खड़े हो जाएगे और सभी चूतवालियों की गुलाबी चूत अपना रस जरुर छोड़ देगी। Jawan Jism Ka Pyar
मेरा नाम Arya है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। मैं एक शर्मीले किस्म का लड़का हूँ। अभी सिर्फ 22 की उम्र है पर मुझे कई चूत मारने को मिली है। मैं पहले जल्दी किसी लड़की से बात नही करता था। पर धीरे धीरे मै खुल गया और तब ज़िन्दगी में सब कुछ बदल गया जैसे की आप सबने मेरी कहानी शालू शालू की चुदाई पार्ट-१ & पार्ट-२ पढ़ी थी.
और उसमे मैने बताया था की मैने शालू के बाद उसकी बहन दिव्या की ली है ये कहानी दिव्या और मेरी है। जैसे की आपने पढ़ा था शालू की सील तोड़ चुदाई में मैने शालू की चुदाई की और उसकी बड़ी बेहेन के घर ना आने के कारण हमको चुदाई का मौका मिला था. अब ये कहानी उससे आगे की है.
जिस दिन मैने शालू की चुदाई की थी रगड़ कर उसकी चूत मारी थी उसके अगले दिन उसकी बड़ी बहन दिव्या जिसकी फिगर 28 -36 -34 है. वो शालू से भी ज्यादा खूबसूरत और सेक्सी है. और दिखने में भी ज्यादा कामुक है। वो घर पैर आयी थी. चुदाई के अगलेय दिन शालू चलने लँगड़ा रही थी.
तो दिव्या बात नोटिस की और उससे कई बार पूछा की जब हम लोग यहाँ से गए वे तब तू ठीक थी और जब आज आए है तो लंगड़ा कर चल रही है, कहा गिरी है तू या कोई चोट लगी है क्या तेरे तब शालू ने कहा था की थोड़ी थकी हूं और जब सब चले गए थे तो रात में अँधेरा होने की वजह से रात में चलते हुए गिर गयी थी और पैर मुड़ गया था जिससे चलने में दिक्कत आ रही है तब जाकर दिव्या यकीन हुआ.
दिव्या बड़ी ही नॉटी और कामुक किसम की लड़की है और उसके मन में हमेशा से ही शालू और मेरे को लेकर शक रहता ही था और इसी शक की वजह से वो बार बार शालू को शक की नज़र से देख रही थी. उसने मुझे भी बुला कर पूछा था की शालू ऐसे क्यों चल रही है कही इसमे तेरा कोई हाथ तो नहीं है ना।
तो मैने उसको कहा की कल रात शालू अंधेरे में बहार गयी थी और गिर गयी थी वही उसको लग गयी उसने मुझे नॉटी सी स्माइल देकर ओके बोला और चली गयी. रात में जब सोने की बारी आयी तो शालू और मैं दोनों साथ में सोने वाले थे जबकि मुझे पता नहीं था की शालू रात में जब सोने की बारी आयी.
तो शालू और मैं दोनों साथ में सोने वाले थे जबकि मुझे पता नहीं था की शालू अपने घर जा चुकी है मै आज काम वगैरह करवाने में लेट हो गया था और खाना वगैरह सब मैखाकर ही आया था तो मैने किसी को डिस्टर्ब नहीं किया और जाकर शालू और अपने बिस्तर पर जाकर लेट गया मैने देखा की शालू पहले से ही वहा लेती हुई है.
तो मैने शालू को पूछा की अब तबियत कैसी है उसने बस अपना सर हिला दिया मैने सोचा की चलो अब तबियत ठीक है तो चुदाई की जा सकती है तो मैने धीरे से उसके गाल पैर एक किस किया और बोला की आज रात का क्या प्लान है मेरी जान- ? और मैने उसको गले से लगा लिया और उसके बूब्स को दोनों हाथो से पकड़ लिया.
मैने अपना हाथ उसकी ब्रा के अंडर डाल कर उसके बड़े बड़े बूब्स को दबाना शुरू किया एकदम से मुझे फील हुआ की आजशालू का बदन थोड़ा भरा हुआ लग रहा है और मैने अपना एक हाथ उसकी गांड पर रखा तो वो बी बड़ी लगी तो मुझे और जोश आया और सीधा मैने अपने हाथ ऊँगली उसकी चूत के ऊपर फिरना शुरू किया.
आज उसकी चूत मुझे बड़ी अच्छी लग रही थी और उसके बदन से बड़ी अच्छी महक आ रही थी जैसे दिव्या के सेक्सी जिस्म से आती है तो मैने उसके कान में बोला की आज दिव्या का परफ्यूम लगाया है क्या जो दिव्या की तरह महक रही हो उसने भी मेरे कान में धीरे से कहा – क्यों दिव्या की महक तुम्हे पसंद नहीं क्या.
तो मैने कहा की नहीं ऐसा नहीं है वो तो मुझे बोहोत अच्छी लगती है तो उसने कहा की कितनी अच्छी लगती है मैने कहा की इतनी अच्छी लगती लगती है की- रोज़ सुबह तुम्हारी चूत मारु और रात में दिव्या की चूत मारु। जब मैं उसकी चूत पर ऊँगली फिरा रहा था तो उसकी बॉडी भी हिल रही थी।
फिर मैं धीरे -धीरे उसकी गर्दन को चूमने लगा वो भी मॉनिंग aahh ah ah aha ah ah ah ah oooooohhhhhhh करने लगी. फिर मैने अपना बड़ा और मोटा लंड निकाल कर उसके हाथ में दे दिया उसने पहले तो मेरे लंड को हाथ में लेने से मन किया पैर फिर हाथ में लेकर आगे पीछे करने.
तो मैने उसके कान में हल्के से पूछा की एक दिन में बूब्स और गांड इतना कैसे बढ़ गए तुम्हारे. क्यूंकि उसकी कमर मेरी तरफ थी तो उसका जवाब आया – क्यूंकि मैं शालू नहीं हूँ जैसे ही मैने ये सुना मैने एकदम से अपना हाथ हटाया और उसका फेस देखा तो वो दिव्या निकली.
ये सुन कर तो मैं शॉक हो गया और एकदम से अपना हाथ हटाया और पीछे हुआ तो दिव्या पलट कर अब अपने चेहरे को मेरे सामने किया और बोली की इसीलिए शालू को चलने में दिक्कत हो रही है क्यूंकि तुम दोनों ने हमारे पीछे ये सब किया है और मेरे साथ भी तुम यही करना चाहते हो यही सब देखने के लिए मै आज शालू की जगह पर लेटी थी.
फिर उसने कहा की अब वो सबको सब बता देगी और शालू मेरे बिच में क्या हुआ ये सबको बताएगी मैने सोचा की अगर इसने सबको बताना ही होता तो ये मेरा लंड नहीं पकड़ती ये तो लंड खाना जानती है बस नखरे कर रही है और मुझे निचा दिखा कर जो इसके मन में है वो मेरे से करवाएगी।
तो मैने सोचा की जो होगा देखा जायेगा और बस दिव्या से लिपट गया और उसको चूमने लगा और उसके बूब्स दबाने लगा वो मुझे हटाने लगी और धमकी देने लगी की वो चिल्ला देगी और सबको जगा देगी, पर मैने उसके कान में बार बार एक बात बोली की दिव्या I love you , दिव्या I love you , दिव्या I love you और मैं तुमसे बोहोत प्यार करता हु और तुम्हारे बिना नहीं रह सकता.
और उसकी गर्दन को चूमता रहा धीरे-धीरे उसका विरोध कम होने लगा और उसका शरीर ढीला पड़ गया मै समझ गया की आज ये चुद गयी. मैने फिर फर्स्ट टाइम दिव्या के लिप्स को किश करना शुरू किया और उसके बूब्स को दबाना शुरू किया। उसने भी मेरा पूरा साथ देना शुरू किया और मेरे लंड को एक हाथ से हिलाना चालू कर दिया. “Jawan Jism Ka Pyar”
मैं भी जोश में आ गया और उसको बोला की दिव्या शालू के साथ जो हुआ वो तो अचानक से हुआ और मैं उसको नहीं तुमको प्यार करता हु और तुम्हारे साथ रहना चाहता हु। उसने भी जोश में कहा की अगर इतना ही प्यार करते हो तो अभी तक अपने लंड और अपनी फीलिंग्स को छुपा कर क्यों रक्खा था मैं भी तो तुम्हे पसंद करती हु एक बार मुझसे अपने दिल की बात कही होती तो मैं भी पीछे नै हटती ना.
तो मैने उसकी गांड पर हाथ फिराते हुए कहा की तो फिर आज पीछे मत हटना इतने में हमारे मुख्य दरवाज़े पर किसी ने दस्तक दी तो इससे पहले कोई और उठे तो मै ही उठा और कपड़े ठीक करके बहार गया और देखा तो वो हमारे पड़ोसी थे जिनके घर में चोर घुस गए थे और उनके घरवालों के जागने पैर भाग गए, जिससे वो हम लोगो को बताने और समझाने आये थे.
काफी बड़ा इंसिडेंट था तो सब लोग मेरे घर में भी जाग गए और साथ बैठ कर बातें करने लगे और थोड़ा बोहोत डर भी गए थे. दिव्या मेरे पास बैठी थी तो मैने उसके कान में बोलै की आज तो चोरो ने तुम्हे बचा लिया मेरी जान पैर कल मै तुम्हारी चूत ज़रूर मरूंगा तो वो बोली की मेरी चूत अभी मार लो मुझे कोई दिक्कत नहीं मुझे तुम्हारा लंड चाइये.
बस ये सुन कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया पैर सब लोग साथ में बैठे थे तो कुछ कर नहीं उसके बाद अगली सुबह सब उठ गए और मैं रोज़ की तरह लेट ही उठा तो देखा की दिव्या किचन में ब्रेकफास्ट की तयारी कर रही थी और उसके बाल खुले हुए थे और हल्के से गीले थे देखने में लग रहा था की ये नाहा कर आयी है. “Jawan Jism Ka Pyar”
मैने पीछे से जाकर उसको हग किया और एक गुड मॉर्निंग किस करके उसको विश किया लंड मेरा सुबह सुबह खड़ा ही था तो वो मैने उसकी गांड में घुसना शुरू किया तो वो बोली की यहाँ मत शुरू होना घर में सब है कोई देख लेगा तो मुसीबत हो जाएगी तो उसने बोलै की आज मुझे घर जाना है और उससे पहले हम घूमने जा सकते है आजका मेरा प्लान एक जगह पैर जाने का है तुम मुझे लेकर चलोगे क्या ??
मैने बोलै क्यों नै मेरी रानी मै ज़रूर लेकर चलूँगा तुम्हारे को. और फिर कैसे मैने उसकी २ बार चुदाई की ये मैं आपको इसके नेक्स्ट पार्ट में बताऊंगा। आपको मेरी ये सच्ची कहानी कैसी लगी मुझे ज़रूर बताइये अपना feedback देकर – [email protected]. kisi bhi ladki, Bhabhi ya aunty ko mujhsey baat karni ho to mujhey mail karey.